आईवीएफ ट्रीटमेंट के बारे में तो सबको पता होगा की कैसे ये ट्रीटमेंट बांझपन जोड़ो के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसके अलावा इस ट्रीटमेंट को करवाने में खर्चा कितना आता है और उस खर्चे में क्या–क्या शामिल है हम इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
आईवीएफ ट्रीटमेंट को करवाने का सम्पूर्ण खर्चा कितना आता है ?
आईवीएफ ट्रीटमेंट के खर्चे की दर कई चरणों में बटी हुई है जिसके बारे में हम आपको आगे बताते चलेंगे ;
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आमतौर पर कपल्स जब अस्पताल में अपना ईलाज शुरू करवाते हैं, इससे पहले जांचों का खर्च होता है। इसमें पति – पत्नी की जांचे की जाती हैं जिसमें निःसंतानता के कारण को पता लगाकर, आगे कैसे बढ़ना है, खर्चा कितना होगा, सफलता की संभावना और सेंटर पर कितनी बार विजिट करना है आदि बातें बतायी जाती हैं इसके बाद टेस्ट ट्यूब बेबी प्रक्रिया में डॉक्टर का और हॉस्पिटल का शुल्क, कंसल्टेशन, सोनोग्राफी, ओटी, एम्ब्रियोलॉजिस्ट और गाइनेकॉलोजिस्ट, आईवीएफ लैब, उपयोग में लिये जाने वाले मीडिया, वार्ड इत्यादि के खर्चे शामिल हैं जो सब मिलाकर लगभग 35,000 रूपए के आस–पास होते हैं।
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टेस्ट ट्यूब बेबी यानि आईवीएफ के दूसरे भाग में परामर्श और जांचों के बाद उपचार प्रक्रिया निर्धारित होने के दूसरे भाग में इंजेक्शन और दवाइयों का खर्चा होता हैं । इसमें महिला की ओवरी में नोर्मल बनने वाले अण्डों से अधिक संख्या में अण्डे बनाने के लिए 10 – 12 दिन तक इंजेक्शन लगाए जाते हैं।
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इस प्रक्रिया के दौरान अण्डों के डवलपमेंट को कुछ टेस्ट के माध्यम से देखा जाता है। अण्डे परिपक्व होने के बाद इन्हें महिला के अण्डाशय से निकालकर आईवीएफ लैब में सुरक्षित रख दिया जाता है । अण्डों की प्राप्ति के बाद मेल पार्टनर से वीर्य का सेम्पल लेकर अण्डे को शुक्राणु से फर्टिलाईज करवाया जाता है। फर्टिलाइज्ड एग दो–तीन दिन तक लैब में डवलप होता है इसके बाद उसे महिला के गर्भाशय में रखा जाता है।
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टेस्ट ट्यूब बेबी उपचार में मुख्य खर्चा इंजेक्शन का होता है। वहीं टेस्ट ट्यूब बेबी प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए अच्छे इंजेक्शन का उपयोग किया जाना चाहिए। और मरीज़ को वो कौन से इंजेक्शन लगते है इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे :
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पहला इंजेक्शन यूरिनरी है, और इसकी लागत लगभग 20-25 हजार रुपये होती है।
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दूसरा इंजेक्शन है हाइली प्यूरीफाइड, इसकी कोस्ट लगभग 40-50 हजार रुपये तक होती है।
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और तीसरे इंजेक्शन की बात करे तो ये रीकॉम्बीनेंट है। और इसका खर्चा करीब 80-90 हजार रुपये तक हो सकता है।
यदि आपने इसके खर्चे के बारे में जान लिया है और निसंतानता का इलाज आप भी करवाना चाहते है तो पंजाब में आईवीएफ उपचार का चयन करे।
क्या है आईवीएफ उपचार ?
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आईवीएफ उपचार निसंतान जोड़ो को संतान का सुख प्रदान करता है।
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तो वही आईवीएफ एक फर्टिलिटी उपचार है जिसमें अंडों को शुक्राणुओं के साथ अप्राकृतिक तरीके से मिलाया जाता है। यह प्रक्रिया मेडिकल लैब में नियंत्रित परिस्थितियों में की जाती है। यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए सहायक है जिनको कोई जननिक दिक़्क़त या परेशानी है।
यदि आप आईवीएफ का उपचार करवाना चाहते है तो पंजाब में आईवीएफ सेंटर का चयन करें।
सुझाव :
यदि आप भी उपरोक्त खर्चे को जानने के बाद आईवीएफ का उपचार करवाने के बारे में सोच रहे है तो जेम हॉस्पिटल का चयन करे।
निष्कर्ष :
उम्मीद है की आपने जान लिया होगा की आईवीएफ के उपचार में कितना खर्चा आता है।