गर्भावस्था से लेकर डिलीवरी तक गर्भाशय का काफी योगदान रहा है | अगर बच्चेदानी में किसी भी तरह की समस्या हो जाये है तो बेहतर यही है की इस समस्या को नज़रअंदाज़ न करे और डॉक्टर के पास जा कर अच्छे से जाँच करवाए | अगर सही समय पर इलाज न करवाया तो यह समस्या इनफर्टिलिटी का का कारण बन सकती है | आइये जानते है बच्चेदानी में कौन सी समस्या बन जाती है इनफर्टिलिटी का कारण :-
बच्चेदानी में गांठ का होना
बच्चेदानी में फाइब्रॉएड का होना महिलाओं में होने वाली आम ट्यूमर में से एक है, जिससे बच्चेदानी में गांठ जैसी समस्या हो जाती है | फाइब्रॉएड की समस्या भी गर्भाशय में इनफर्टिलिटी का कारण बन जाती है |
गर्भाशय में जंतु का होना
गर्भाशय में जंतु या पॉलीप्स तब बनता है,जब इससे निषेचित अंडे को गर्भाशय की दीवारों से जुड़ने काफी ज्यादा परेशनी होती है, क्योंकि पॉलीप्स अण्डों को दीवारों से जुड़ने में रोकता है | ऐसे में स्पर्म को गर्भाशय में प्रवेश करने में परेशानी होती है और यह समस्या इनफर्टिलिटी का कारण बनती है |
एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं के गर्भाशय से जुड़ी होती है,जिससे गर्भाशय के बाहर सेल्स का विकसित होने लगता है | ऐसे में महिलाओं को कंसीव करने में परेशानी आती है और इसी वजह से इनफर्टिलिटी होने का खतरा बढ़ जाता है |
बेहतर यही है की इनफर्टिलिटी समस्या का सही समय इलाज करवाएं, अगर देरी हुई तो बांझपन जैसी समस्या हो सकती है | इस समस्या से जुड़ी कोई भी जानकारी या फिर सलाह लेना चाहते हो तो आप जेम हॉस्पिटल एंड आईवीएफ सेंटर से ले सकते है | यह संस्था से सभी डॉक्टर्स इनफर्टिलिटी में स्पेशलिस्ट है |