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      आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को क्या चीजें खानी चाहिए और क्या नहीं !

      आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को क्या चीजें खानी चाहिए और क्या नहीं !

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        आईवीएफ उपचार के बाद अक्सर हर महिलाओं के मन में यह सवाल उठता है कि इस ट्रीटमेंट के बाद उन्हें अपना खाने-पीने के मामले में कैसे ध्यान रखना है साथ ही इसमें कौन-सी चीजों का परहेज करना चाहिए और किस चीजों का परहेज नहीं करना चाहिए। पर अब आपके मन में घूम रहें सवालों का जवाब आज के आर्टिकल में जरूर से मिलेगा इसलिए आर्टिकल के साथ अंत तक जरूर से बने रहे ;

        क्या है आईवीएफ उपचार ?

        • आईवीएफ एक फर्टिलिटी उपचार है जिसमें अंडों को शुक्राणु के साथ अप्राकृतिक तरीके से मिलाया जाता है। यह प्रक्रिया मेडिकल लैब में नियंत्रित परिस्थितियों में की जाती है। यह प्रक्रिया इंफर्टिल दम्पति, और उन लोगों के लिए सहायक है जिनको कोई जननिक दिक़्क़त या परेशानी होती है।

        अगर आप बांझपन की समस्या से पीड़ित है तो पंजाब में आईवीएफ उपचार जरूर से करवाए।

        क्यों किया जाता है आईवीएफ उपचार ?

        इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) प्रक्रियाओं की एक श्रृंखला है जिसका उपयोग प्रजनन क्षमता में मदद करने या आनुवंशिक समस्याओं को रोकने और बच्चे के गर्भाधान में सहायता करने के लिए किया जाता है।

        • फैलोपियन ट्यूब की क्षति या रुकावट अगर महिलाओं में हो जाए तो भी ये ट्रीटमेंट किया जाता है। 
        • ओव्यूलेशन विकार होने पर। 
        • एक आनुवंशिक विकार की समस्या भी हो सकती है। 
        • कैंसर या अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के लिए प्रजनन संरक्षण भी हो सकता है।

        यदि आप भी संतान प्राप्त करना चाहते है तो पंजाब में आईवीएफ सेंटर को चुने अपने उपचार के लिए।

        आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को क्या नहीं खाना चाहिए ?

        • कच्चे अंडे न खाएं क्युकि कच्चे अंडे से कई तरह के प्रोडक्ट बनते हैं, जिन्हें लोग बहुत चाव से खाते हैं लेकिन आईवीएफ ट्रीटमेंट करवा रही महिलाओं के लिए यह सही नहीं है। क्युकि इसमें साल्‍मोनेला नाम का वायरस होता है। इस वायरस के सेवन से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है। इसलिए अंडे को इसे पूरी तरह पका कर ही खाएं।
        • सी-फूड की बात करें तो ये काफी अच्छा प्रोटीन का स्रोत है। इसे काफी मात्रा में पसंद भी किया जाता है। मगर आईवीएफ ट्रीटमेंट से गुजर रही महिलाओं के लिए अधपका सी-फूड खाना सही नहीं है। क्युकि इसमें मर्करी होती है, जो कि भ्रूण के विकास में बाधा डाल सकती है।
        • और उपरोक्त खाने की चीजों के अलावा रिफाइंड शुगर, शराब, कैफीन जैसी चीजों से भी दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है।

        आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को क्या खाना चाहिए ?

        • हरी पत्तेदारी सब्जियां प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए काफी उपयोगी हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट, फोलिक एसिड और आयरन का अच्छा स्रोत हैं। वही आयरन प्रेग्नेंट महिलाओं की बुनियादी जरूरत होती है। आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है जो‍ कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए काफी घातक है।
        • प्रेग्नेंसी में फोलिक एसिड सबसे ज्यादा जरूरी तत्व है। और हर गर्भवती महिला को फोलिक एसिड की गोलियां लेनी पड़ती हैं ताकि बच्चा स्वस्थ और तंदरुस्त पैदा हो सके।
        • उचित मात्रा में प्रोटीन वाली चीजों का सेवन करे। 
        • मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें।

        सुझाव :

        अगर आप भी आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद तंदरुस्त बच्चे को जन्म देना चाहती है तो इसके लिए उचित डाइट चार्ट को जेम हॉस्पिटल के अनुभवी डॉक्टर से जरूर बनवाए। और साथ ही कोई भी खाने की चीज को अपनी मर्ज़ी से इस्तेमाल न करें।

        निष्कर्ष :

        तंदरुस्त बच्चे की चाहत के लिए उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखें और समय-समय पर डॉक्टर से मुलाकात करते रहे।

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