बांझपन होने के कई कारण ऐसे भी होते है जिससे पूरी से नियंत्रित करना असंभव होता,जैसे की अनुवांशिकी, बढ़ती उम्र, पीसीओएस ( पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम ) और एंडोमेट्रोसिस जैसी चिकित्सा समस्या | अगर आपको गर्भधारण करने की में परेशानी हो रही है तो आप कई छोटे-बड़े बदलाव से इस समस्या को कम करने की कोशिश कर सकते है, जैसे की सही खान-पान का सेवन करे, धूम्रपान और नशीली पदार्थ का सेवन बिलकुल न करे, डेली एक्सरसाइज करे, ताकि कम से कम प्रजनन की समस्या और फिर इसको अधिक बढ़ने से रोका का सके |
जेम हॉस्पिटल & आईवीएफ़ सेंटर के सीनियर डॉक्टर नीरू गुप्ता ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के मध्याम से इस बात का जाहिर किया है की कई मामले ऐसे भी होते है जो कई समस्याओं के कारण माँ-बाप नहीं बन जाते है | ऐसे में उन्हें डॉक्टर द्वारा आईवीएफ़ या आईयूआई को कंसीव करने की सलाह दी जाती है | किसी कपल को आईवीएफ़ या फिर आईयूआई ट्रीटमेंट को कंसीव करना है इसका पता डॉक्टर के निरिक्षण के बाद ही लगता है |
कई कपल को आईयूआई को कंसीव करने की सलाह दी जाती है क्योंकि कुछ में मामले ऐसे होते है जिसमे आईयूआई के सफलता होने अवसर अधिक होते है, आइये जानते है इसके सफल होने के ऐसे ही तरीके के बारे में :-
- आईयूआई को कंसीव करने के बाद बेहतर गर्भावस्था के लिए अच्छे और संतुलित भोजन आहार का सेवन करें |
- डेली व्यायाम और योगासन करे, हालांकि आपको कठिन या फिर थका देने वाली कसरत नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ऐसे कसरत को विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसा नहीं की जाती है |
- धूम्रपान और शराब जैसी नशीली पदार्थों का सेवन बिलकुल भी न करें, इसके सेवन से गर्भाशय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जो प्रजनन के कम उत्पादन की समस्या को बढ़ावा देता है |
- महिला को आईयूआई के माध्यम से गर्भधारण करने का प्रयास, एक भावनात्मक यात्रा बन सकता है, इसलिए इस दौरान खुद को ज्यादा से ज्यादा आराम दे और खुद को शांत रखना सीखें |
अगर आप भी बांझपन जैसी समस्या से जूझ रहे है और इस समस्या का उपचार करवाना चाहते है तो आप जेम हॉस्पिटल & आईवीएफ़ सेंटर का चयन कर सकते है | इस संस्था के डॉक्टर नीरू गुप्ता जो की इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट है और इन्हे 15 से भी अधिक वर्षो का तज़र्बा है, वह आप को इस समस्या से से छुटकारा दिलने और सही ट्रीटमेंट को कंसीव करने में आपकी मदद कर सकते है |