एक महिला के लिए गर्भपात से ज़्यादा कोई स्थिति भयानक नहीं हो सकती| The Gem Hospital and IVF Centre In Punjab के Fertility Specialists के अनुसार , “अचानक हुए गर्भपात से एक स्त्री शारीरिक विप्पति से ज़्यादा मानसिक तौर पर पीड़ित होती है| इसलिए गर्भपात से पीड़ित स्त्री के परिवारजनों को, महिला को इस स्थिति से उभरने में सहायता करनी चाहिए| कई बार महिला को मानसिक तौर पर ठीक करने के लिए दुबारा से गर्भधारण करने की आवश्यकता होती है| लेकिन यदि गर्भपात के बाद स्त्री की प्रजनन प्रणाली में कोई दोष आ जाये और वो माँ बनने में दिक्कत का सामना करे, तो उसकी मानसिक सेहत और खराब हो सकती है| उस स्थिति में उस दंपत्ति को Gem Hospital and IVF Centre – The well recognized and reputed fertility clinic in Bathinda से सहायता लेने के लिए दो बार भी नहीं सोचना चाहिए|
आइये गर्भपात क थोड़ा विस्तार से जानते है:
किस स्थिति को गर्भावस्था कहा जाता है?
यदि गर्भवती स्त्री के पेट में भ्रूण, गर्भ धारण करने के २०वें सप्ताह से पहले, ही मर जाता है, तो उसे गर्भावस्था कहते है|
क्या गर्भपात के भी प्रकार होते हैं?
जी हाँ! एक स्त्री की गर्भावस्था की विशेषताएं उसकी गर्भपात की स्थिति को निर्भर करता है:
मिस्ड गर्भपात | इस स्थिति में महिला को गर्भपात होने के कोई लक्षण नहीं दिखते| चूँकि इस स्थिति में रक्तस्त्राव भी नहीं होता, तो गर्भपात का पता केवल भ्रूण के रुके हुए विकास से पता लगता है| |
अधूरा गर्भपात | इस तरीके का गर्भपात सबसे अधिक पीड़ा देने वाला होता है| जब पेट में भ्रूण की मृत्यु होती है तो महिला को पेट के निचले हिस्से में बहुत तेज़ दर्द होता है| परन्तु भ्रूण का केवल कुछ ही भाग योनि से बहार आ पाता है| |
पूर्ण गर्भपात | इस स्थिति में पेट में बहुत तेज़ दर्द होता है| भारी रक्तस्त्राव से स्त्री को कुछ दिनों तक कमज़ोरी रहती है| परन्तु इस प्रकार के गर्भपात में भ्रूण पूरी तरह से योनि के माध्यम से बाहर आ जाता है| |
अपरिहार्य गर्भपात | इस पप्रकार में स्त्री को भारी रक्तस्त्राव होता है और उसकी गर्भाशय ग्रीवा (Uterine Cervix) खुल जाती है जो की भ्रूण को बाहर लेन में सहायता करती है| इस स्थिति के चलते महिला के पेट में बहुत तेज़ ऐंठन होती है| |
सेप्टिक गर्भपात | इस स्थिति में गर्भ में संक्रमण हो जाता है, जिस कारण से गर्भपात हो जाता है| |
क्या गर्भपात होने से पहले इसके कोई लक्षण या संकेत नज़र आते है?
जी हाँ! कुछ लक्षण या संकेतों के माध्यम से स्त्री यह जान सकती है की उसकी प्रजनन प्रणाली में कुछ गलत हो रहा है| जैसे ही उसे यह संकेत या लक्षण नज़र आएं वैसे ही उसे अपने नज़दीकी डॉक्टर के पास जाना चाहिए:
- पेट में ऐंठन
- योनि से रक्तस्राव
- स्पॉटिंगए या खून के थक्के नज़र आना
- पीठ में असहनीय तेज दर्द
- पेट के निचले हिस्से में ऐंठन