IVF Centre in Punjab के डॉक्टरों के अनुसार, “गर्भाशय में उतपन्न होने वाले ट्यूमर् को फायब्रॉइड्स कहते है|लेकिन यह आम नहीं है| बहुत कम लोग या यूँ कहें की १० हज़ार में से केवल १ व्यक्ति ऐसा होता है, जिसकी फायब्रॉइड्स की स्थिति ट्यूमर्स में तब्दील हो जाती है|”
क्या आप जानते है?
Fertility Clinic In Bathinda ने यह बताया है की, “जिन स्त्रियों में एस्ट्रोजन की मात्रा अधिक होती है, उनके गर्भाशय में फायब्रॉइड्स और ट्यूमर्स दोनों का खतरा ही बढ़ जाता है|”
आखिर यह फायब्रॉइड्स होते क्यों है?
यदि कोई स्त्री अपने वजन को कण्ट्रोल में नहीं रख रही या फिर उसके शरीर में हार्मोनल बदलाव बड़े पैमाने पर जन्म ले रहे है, तो फायब्रॉइड्स से गर्भाशय ग्रस्त होने की संभावनाएं अधिक हो जाती है|
अधिक कारणों में से एक कारण यह भी हो सकता है – यदि स्त्री के परिवार की किसी औरत को भूतकाल में फायब्रॉइड्स नामक समस्या रही है तो स्त्री की उस समस्या से ग्रस्त होने की संभावनाएं अधिक हो जाती है|
जैसा की हम जानते है की बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर में कुछ बदलाव आते है, कई बार कुछ बदलाव शरीर के लिए घातक सिद्ध होते है जैसे की फाइब्रॉइड या इससे जुड़ा हुआ कैंसर|
किन लक्षणों से आप जान सकते है की आपके गर्भाशय में कैंसर है?
निम्नलिखित लक्षण गर्भाशय के कैंसर की और संकेत करते है:
- माहवारी के समय अधिक मात्रा में खून निकलना|
- खून में थक्के भी शामिल हो सकते है|
- या तो नाभि के नीचे या फिर पीठ में बहुत ज़्यादा या असहनीय दर्द होना|
- बार बार पेशाब आना
- मासिक धर्म के समय बहुत अधिक मात्रा में दर्द होना|
- सेक्स करते समय दर्द होना|
- मासिक धर्म सामान्य से अधिक दिनों तक रहना|
- मासिक धर्म के दौरान खून के थक्के निकलना|
- यौनि से खून निकलना|
- पेट में कमज़ोरी महसूस होना|
- पेट में सूजन रहना|
- कब्ज़ रहना|
जानिए प्रेगनेंसी और फायब्रॉइड के बारे में:
चाहे गर्भाशय में फायब्रॉइड छोटा हो बड़ा,यदि आपने फायब्रॉइड के होते हुए भी कंसीव कर लिया है तो कॉम्प्लीकेशन्स का सामना किया सकता है| जैसे जैसे प्रेगनेंसी के महीने बढ़ते जायेंगे वैसे वैसे आपके गर्भाशय में फायब्रॉइडस का अकार भी बढ़ता जायेगा|
क्या फायब्रॉइड का इलाज सम्भव है?
जी हाँ, फायब्रॉइड का इलाज निश्चित ही संभव है| परन्तु फायब्रॉइड का इलाज प्रत्येक व्यक्ति के लिए भिन्न भिन्न होता है| इसका इलाज इस चीज़ पर निर्भर करता है की आपके गर्भाशय में फायब्रॉइड होने के कोण कोण से लक्षण उजागर हो रहे है|
आम तौर पर फायब्रॉइड के इलाज में निम्नलिखित दवाइयां शामिल रहती है:
- दर्द निवारक दवाएं
- गर्भनिरोधक गोलियां
- प्रोजेस्टिन–रिलीजिंग इंट्रायूटरिन डिवाइस (IUD)
- गोनाडोट्रोपिन–रिलीजिंग हार्मोन एगोनिस्ट (GnHRa)
एंटीहार्मोनल एजेंट या हार्मोन मॉड्यूलेटर
किस स्थिति में डॉक्टर आपको सर्जरी करवाने की सलाह देंगे?
डॉक्टर आपको केवल तब ही सर्जरी करवाने की सलाह देंगे जब आपके लक्षण बहुत ज़्यादा गंभीर हो जाएं| यहाँ आपको यह बता देना अनिवार्य है की आपको सर्जरी किसी अच्छे डॉक्टर से करवानी चाहिए| यदि आप ऐसा नहीं करते तो हमेशा के लिए आपकी प्रेग्नेंट होने की समस्याएं गिर जाएँगी|